मेरे यहां पोता नहीं पोती हुई है। जिसकी खुशी हमने थाली बजाकर जाहिर की थी। मेरे यहां पोता नहीं पोती हुई है। जिसकी खुशी हमने थाली बजाकर जाहिर की थी।
डरा हुआ आदमी डरा हुआ आदमी
मैं अपने रास्ते चला जा रहा था । बहुत धूप थी ,प्यास से गला सूख रहा था । बैग में हाथ डालक मैं अपने रास्ते चला जा रहा था । बहुत धूप थी ,प्यास से गला सूख रहा था । बैग में ह...
तुम्हारे दादा जी की तरह मैं अभी छोटी हूँ। लेकिन कभी ना कभी तो सफेद हो जायेंगे तुम्हारे दादा जी की तरह मैं अभी छोटी हूँ। लेकिन कभी ना कभी तो सफेद हो जायेंगे
************ नारी तुम बसुधा हो नारी तुम अमृत सुधा हो तुममे ही बहती हर धार है तुम स ************ नारी तुम बसुधा हो नारी तुम अमृत सुधा हो तुममे ही बहती हर ध...
बई में हुए बम विस्फोट ने उनके बुढ़ापे का सहारा छीन लिया था बई में हुए बम विस्फोट ने उनके बुढ़ापे का सहारा छीन लिया था